Thursday, 9 May 2013
समग्र हिन्दी मुहावरे संग्रह2
ख्या ली पुलाव पकाना, मुहावरा व्यार्थ कल्पवना करना साधन तो है नहीं1 योजना बनाने का क्याज लाभ ? ऐसे ख्या ली पुलाव काने से क्याह होगा ?
ख़ाक छानना, मुहावरा मारा-मारा फिरना कोई काम-धंधा नहीं मिला तो ख़ाक छानते फिरते हैं।
ख़ाक में मिलाना, मुहावरा नष्ट करना मनोहर ने उसके पिता की इज्जमत ख़ाक में मिला दी।
खिचड़ी पकाना, मुहावरा अंदर-अंदर षड्यंत्र रचना चुनाव में मेरे विरोधी क्यार खिचड़ी पकाते हैं।
खुले हाथ, मुहावरा उदारता से रामू शाह ऐसे कामों के लिए खुले हाथ दान देते हैं।
खूँटे के बल कूदना, मुहावरा कोई सहारा मिलने पर अकड़ना तुम जिस खूँटे के बल कूद रहे हो,उसे भी मैं समझ लूँगा।
खून का घूँट पीना, मुहावरा गुस्सा पचा जाना गुंडों की गालियॉं सुनकर भी वह खून का घँट पीकर रह गया।
खून खुश्क होना, मुहावरा भयभीत होना आतंकवादियों की गोलियों की आवाज़ सुनकर घरवालों का खून खुश्क। हो रहा था।
खून खौलना/उबलना, मुहावरा जोश आना सेनापति की ललकार और उनका भाषण सुनकर जवानों का खून खौलने लगा।
खून-पसीना एक करना, मुहावरा कड़ी मेहनत करना बाप ने खून –पसीना एक करके कमाया , बेटों ने सब नष्ट कर दिया।
खेत आना/रहना, मुहावरा रणभूमि में मारा जाना चीन की लड़ाई में हमारे सैकड़ों जवान खेत रहे।
खेल खेलना, मुहावरा परेशान करना कई दिन से तुम्हा रा ही चक्कखर लगा रहा हूँ, कब तक खेल खेलाते रहोगे।
गंगा नहाना, मुहावरा कठिन कार्य पूरा होना बेटी की शादी हो गई ,गंगा नहाए।
गठरी मारना, मुहावरा सामान चुरा लेना स्टेनशन पर लड़के रोज एक –आध की गठरी मार लेते हैं।
गड़े मुरदे उखाड़ना, मुहावरा पुरानी बात फिर से उजागर करना अब गड़े मुरदे उखाड़ने से क्याु लाभ। आगे की सोचो।
गढ़ जीतना, मुहावरा बहुत कठिन काम करना मकान बन गया।समझो कि गढ़ जीत लिया।
गले का हार होना, मुहावरा बहुत प्याररा होना छोटा बच्चा मौं-बाप के गले का हार है।
गले पड़ा ढोल बजाना, मुहावरा सिर पर पड़ी जिम्मे दारी को मजबूरन पूरा करना मैं एस्कारर्ट ड्यूटी नहीं लेना चाहता था पर अब तो गले पड़ा ढोल बजाना पड़ेगा।
गले मढ़ना, मुहावरा जबरदस्ती सौंपना इतनी भारी जिम्मे दारी मेरे गले क्योंथ मढ़ते हो।
गहरा हाथ , मुहावरा बहुत कुछ हथिया लेना तुमने मौसी की संपत्ति पर गहरा हाथ मारा है।
गॉंठ का पूरा, मुहावरा मालदार धन्नार है तो गांठ का पूरा, पर बिलकुल बुद्धू।
गॉंठ में बॉंधना, मुहावरा खूब याद रखना मेरी बात गॉंठ बॉंध लो । आते वक्तव तरकारी लानी है।
गागर में सागर भरना, मुहावरा थोड़े में बहुत कुछ कहना आचार्य ने अपने इस निबंध में गागर में सागर भर दिया है।
गाजर मूली समझना, मुहावरा तुच्छम समझना तुमने क्यास मुझे गाजर मूली समझ रखा है। 10 साल की नौकरी कर चूका हूँ।
गाढ़े का साथी, मुहावरा संकट का साथी तुम्हाारे जैसे मेरे गाढ़े के साथी हैं तभी तो इस मुसीबत को भी सह लूँगा।
गाल फुलाना, मुहावरा रूठना मैं क्या करूँ, ज़रा-ज़रा सी बात पर गाल फुला लेता है।
गाल बजाना, मुहावरा डींग हॉंकना किस बल-बूते गाल बजाते फिरते हो।
गिन-गिन कर पैर /कदम रखना, मुहावरा बहुत सावधानी से बढ़ना खबरदार रहना और जो काम करो,गिन-गिनकर कदम रखो।
गिरगिट की तरह रंग बदलना, मुहावरा एक रंग-ढंग न रखना आज यों कहते हों, कल कुछ और कह रहे थे। परसो और तुम तो रोज़ गिरगिट की तरह रंग बदलते हो।
गीदड़ भभकी, मुहावरा दिखावटी धमकी वह तुम्हेंक जानते हैं। इसलिए तुम्हाेरी गीदड़ भभकी से नहीं डरते हैं।
गुड़ गोबर कर देना, मुहावरा बना-बनाया काम बिगाड़ देना पिकनिक तो अच्छान चल रहीं थी लेकिन एक लड़के ने झगड़ा पैदा करके गुड़ गोबर कर दिया।
गुदड़ी का लाल होना, मुहावरा गरीबी में भी गुणवान होना यह भिखमंगा भारी कलाकार है, यों कहो कि गुदड़ी में लाल है।
गुल खिलाना, मुहावरा कोई बखेड़ा खड़ा करना बड़ा फ़सदी आदमी है । रोज कोई न कोई नया गुल खिलाता रहता है।
गुस्सा़ पी जाना, मुहावरा क्रोध रोकना बात तो गुरी लगी पर मैं गुस्सा पी गया और चुप रहा।
गूँगे का गुड़ होना, मुहावरा अनुभव को प्रकट न कर पाना प्रेम रस गूँगे का गुड़ है, जो इसे चखता है वही जानता है।
गूलर का फूल, मुहावरा दुर्लभ वस्तुग शुद्ध घी अब गूलर का फूल बन गया है।
गेहूँ के साथ घुन पिस जाना, मुहावरा दोषी के साथ निर्दोष का भी अहित हो जाना किसी के झगड़े में मत पड़ो क्योंहकि गेहूँ केसाथ घुन भी पिस जाता है।
गोटी बैठाना, मुहावरा युक्ति सफल होना इस लड़के ने मास्ट र केसाथ ऐसी गोटी बिठाई कि कक्षा में प्रथम आ गया।
गोबर गणेश , मुहावरा बिलकुल बुद्धू कुछ भी नहीं समझ पाता है, बिलकुल गोबर गणेश है जगभाई ।
गोल कर जाना , मुहावरा गायब कर देना इधर-उधर की बातें बहुत करता रहा, पर मेरे प्रश्नभ का उत्त र गोल कर गया।
घडिया गिनना , मुहावरा बेचैनी से प्रतीक्षा करना डॉक्टीर ने जवाब दे दिया। अब घरवाले मौत की घडियॉं गिन रहे हैं।
घड़ों पानी पड़ जाना , मुहावरा बहुत शर्मिंदा होना मैंने जब उसे रंगे हाथ पकड़ा तो उस पर घड़ों पानी पड़ गया।
घर काटे खाना, मुहावरा अकेलापन अखरना पत्नीे के मरने के बाद घर काटे खाता है।
घर का न घाट का , मुहावरा कहीं का नहीं न माया मिली न राम, रंगनाथ घर का रहा न घाट का।
घर फूँक तमाशा देखना, मुहावरा अपनी हानि करके मौज उड़ाना मनोहर बिलकुल मुर्ख है जो अपना घर फूँक तमाशा देख रहा है।
घर में गंगा बहना, मुहावरा अच्छी चीज पास ही में मिल जाना तुम्हाबरे ही चार –चार भैंसें हैं, दूध की इफरात है। धर मेंगंगा बहती है।
घाव पर नमक छिड़कना, मुहावरा दु:खी को और द1:खी करना गुस्सेा होते हो और व्यं ग्यन करके मनोहर के घाव पर नमक छिड़कते हो।
घाव हरा करना, मुहावरा भूले हुए दु:ख की याद दिलाना मेरे स्व र्गीय भाई की चर्चा छेड़कर तुमने मेरा घाव हरा कर दिया।
घास काटना, मुहावरा फूहड़ काम करना यह क्याा, घास काटते हो कि पालिश कर रहे हो।
घास छीलना, मुहावरा व्य र्थ समय गवॉंना काम पूरा नहीं हुआ इतने दिन क्या करते रहे ? घास छीलते रहे।
घिग्घीर बँधना, मुहावरा स्प्ष्टँ बोल न सकना वरिष्ठर अधिकारियों द्वारा स्पाष्टीहकरण मॉंगे जाने पर मनोहर की घिग्घीग बँध गई।
घी के दिये जलना, मुहावरा आनंद मंगल होना कल तक बेचारा दाने-दाने को तरस रहा था। आज उसके घर में घी के दिए जलते हैं।
घी खिचड़ी होना, मुहावरा खूब मिल- जुल जाना पड़ोसियों को घी खिचड़ी होकर रहना चाहिए।
घोंघा बसंत, मुहावरा मूर्ख मनोहर को लाभ – हानि की कुछ समझ नहींहै वह बिलकुल घोंघा बसन्त है।
घोड़े बेचकर सोना, मुहावरा निश्चिंत हो जाना लड़के की शादी हो गई । अब वह घोड़े बेचकर सोता है।
जंगल में मंगल होना, मुहावरा उजाड़ में चहल-पहल होना यहॉं वार्षिक मेला लगता है जोजंगल में मंगल हो जाता है।
जड़ों में तेल/मट्ठा देना/जड़ खोदना/काटना, मुहावरा समूल नष्ट करना चाणक्यष ने नंदवंश की जड़ खोद दी।
ज़बान काट कर देना, मुहावरा वादा करना जब ज़बान काट कर दे दी है तो निभाएंगे अवश्य़
ज़बान पर चढ़ना, मुहावरा याद आना उसका नाम इस समय मेरी जबान पर नहीं चढ़ रहा है।
ज़बान पर लगाम न होना, मुहावरा बेमतलब बोलते जाना इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए, तुम अपनी ज़बान में लगाम क्योंप नहीं देते।
ज़मीन आसमान एक करना, मुहावरा सब उपाय कर डालना बाप ने लड़के को बचाने के लिए जमीन आसमान एक कर दिया।
ज़मीन असामान का फर्क, मुहावरा बहुत भारी अंतर इस कमरे और उस कमरे में जमीन आसमान का फर्क है।
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